अभी क्रिकेट का मौसम है ! इसी
पृष्ठभूमि में ' बचपना ' में इस बार साझा कर रहा अपने आगामी बाल कविता संग्रह ‘आसमान
का सपना’ से अपनी
यह नन्ही प्यारी सी कविता ‘ क्रिकेट ‘ ।
विश्वास है पसंद आयेगी
~ प्रेम रंजन अनिमेष
क्रिकेट
µµ
करते क्रिकेट क्रिकेट सब
ये तो जीने का ढब
दो खेमों की टक्कर
जीवन की पट्टी पर
बल्ला बल्ले बल्ले
मारे चौके छक्के
गेंद करे करतब जब
उड़ते हैं डंडे तब
µµ
✍️ प्रेम रंजन अनिमेष
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