शनिवार, 26 अक्टूबर 2019

प्रकाश की ओर





बचपना में इस बार प्रस्तुत कर रहा अपने आनेवाले बाल कविता संग्रह  आसमान का सपनासे अपनी कविता प्रकाश की ओर’ !
आशा है पसंद आयेगी
                                        ~ प्रेम रंजन अनिमेष


प्रकाश की ओर

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जगमग  घर  हो  जगमग ऑंगन
जगमग अग जग जगमग जीवन


सूरज  चॉंद  सितारे  दीपक
ले जायें  रोशनी  सभी  तक


धरा गगन तक  रचे रँगोली
गूँजे    नेह   नहायी   बोली


भरा  हुआ  हो  सबका  दामन
मिला जुड़ा मन से हर इक मन 

 प्रेम रंजन अनिमेष






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