'बचपना' के इस मंच पर इस बार अपनी बड़ी ही अनूठी कविता शृंखला ' बचपन के कुछ खेल ' साझा करना चाहता हूँ, जिसे 'बिजूका' साहित्यिक ब्लॉग पर कुछ दिनों पूर्व देखा और सराहा गया है । लिंक कुछ इस तरह है :
https://bizooka2009.blogspot.com/2024/09/blog-post_23.html
आप इस लिंक पर जाकर अवश्य पढ़ें और कवितायें कैसी लगीं बतायें।
शुभकामनाओं सहित
प्रेम रंजन अनिमेष
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