सोमवार, 17 जुलाई 2017

हूँ मैं क्या...



बचपना में हर महीने बच्चों के लिए अपनी कोई कविता प्रस्तुत करता रहा हूँ । इस बार साझा कर रहा यह नन्ही सी कविता हूँ मैं क्या...’ जो बचपन में पढ़ी अंग्रेज कवि टेनिसन की पंक्तियों से प्रेरित है  

                                    प्रेम रंजन अनिमेष


हूँ मैं क्या !


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लेकिन हूँ मैं क्या...?

रात में रोता हुआ बच्चा
रोशनी को तड़पता बच्चा
पास जिसके है नहीं भाषा

इस रुदन के सिवा...!