मंगलवार, 30 मई 2017

आहाना





जेठ का धूप और धूल से नहाया महीना...! जेठ का मतलब बड़ा । इस जेठ में बचपना के मंच पर प्रस्तुत कर रहा अपनी यह नन्ही कविता आहाना...
  
                   ~ प्रेम रंजन अनिमेष

आहाना


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आहाना
नाम एक बच्ची का
सुन कर हँसा
बिंदु समेत चाँद आधा


यानी कुछ भी अगर जाये पूछा
तो करोगी पहले – आँ...?  
फिर हाँ
और फिर झट से कह दोगी ना...!