जेठ का धूप और धूल
से नहाया महीना...! जेठ का मतलब बड़ा । इस जेठ में ‘बचपना’ के मंच पर प्रस्तुत कर रहा अपनी यह नन्ही
कविता ‘आहाना’...
~ प्रेम रंजन अनिमेष
आहाना
µ
आहाना
नाम
एक बच्ची का
सुन
कर हँसा
बिंदु
समेत चाँद आधा
यानी कुछ भी अगर जाये पूछा
तो
करोगी पहले – आँ...?
फिर
हाँ
और
फिर झट से कह दोगी ना...!